Madhu varma

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लेखनी कहानी -भूत का साया - डरावनी कहानियाँ

भूत का साया - डरावनी कहानियाँ

 इस बात को ८ साल हो चुके है, तब मेरी मामी की तबियत बहुत ज्यादा ख़राब हो गयी थी! वो उलटी सीदी हरकते करती थी और किसी को भी कुछ भी बोल देती थी!  

 हमने बहुत से डाक्टर्स को दिखाया लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ! फिर हमारे ही किसी रिश्तेदार ने हमे बताया की इन पर चुड़ैल का साया है और इन्हें बालाजी ले जाना पड़ेगा! घरवाले बिना देरी किये बालाजी के लिए रवाना हो गए!  

 बालाजी पहुचते ही मामी गाड़ी से उतरके दौड़ती हुई अन्दर चली गयी, बाकी घरवाले भी उनके पीछे पीछे चले गए! वहां जाकर पता चला की मामाजी ने अपने बगीचे में एक पेड़ कटवाया था, जिस पर चुड़ैल और उसके बच्चे रहते थे!  

 अब वह उनका घर तोड़ने आयी थी मगर वहाँ थोडा समझाने पर वह मान गयी! उसने अपने भूखे बच्चो के लिए दूध माँगा! मामा भाग कर दूध ले आये और जेसे ही उसे दूध देना चाहा उसने मना कर दिया और कहा मेरे बच्चे मीठा दूध पियेंगे!  

 मामा ने सामने से जलेबी खरीदी और दूध में ड़ाल दी! इसके बाद चुड़ैल ने जंगल में पेड़ लगाने को कहा और साथ ही साथ चार साल तक रोज उसके नीचे दूध रखने को कहा! इसके बाद मामी ठीक होने लगी और सब वापस आ गए, पर वापस आते वक़्त मामी फिर से कुछ अजीब सी हरकते करने लगी!  

 घरवाले बुरी तरह परेशान हो गए! पूछने पर पता चला की अब ये किसी और भूत का साया है! उसने बताया की मेरे मामा को कुछ साल पहले एक सपना आया करता था, सपने में उनसे एक आदमी पानी माँगा करता था!  

 भूत ने बताया की वोह वही आदमी है! इसके बाद क्या हुआ काफी पूछने पर भी किसी ने कुछ नहीं बताया मगर मामी बिलकुल ठीक थी जिसकी सबको तसल्ली थी

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